रायबरेली में एक भावुक जनसभा के दौरान, सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल गांधी को उनकी जन्मभूमि का नेतृत्व सौंपने का ऐलान किया। लंबे समय बाद अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचीं सोनिया गांधी ने अपने संक्षिप्त लेकिन भावुक भाषण में रायबरेली के लोगों से अपने बेटे के प्रति वही स्नेह और समर्थन दिखाने की अपील की, जो उन्होंने पिछले बीस वर्षों में उन्हें दिया है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि रायबरेली और इंदिरा गांधी के बीच का रिश्ता गंगा की पवित्रता के समान है और यह जुड़ाव बरसों से गहरा होता गया है। सोनिया गांधी ने अपनी और उनके परिवार के साथ रायबरेली की यादों को साझा करते हुए, आग्रह किया कि राहुल गांधी उनके विश्वास और समर्थन को कभी निराश नहीं करेंगे।
इस जनसभा में प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं, जिन्होंने अपनी माँ को मंच तक सहारा दिया। सोनिया गांधी ने अपनी बातों में अमेठी का भी जिक्र किया और कहा कि अमेठी उनके लिए घर के समान है। उन्होंने राहुल और प्रियंका को दी गई शिक्षाओं का भी जिक्र किया और उम्मीद जताई कि वे इन्हें आगे बढ़ाते हुए जनता की सेवा करेंगे।