चुनाव प्रचार के दौरान अब ना तो कई धार्मिक मुद्दों पर बयानबाजी कर सकेगा और ना ही अग्निवीर जैसी योजना का जिक्र कर पाएगा। लोकसभा चुनाव में नेताओं के प्रचार और बयानबाजी को लेकर चुनाव आयोग ने निर्देश जारी किए हैं। चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी को एक औपचारिक नोट जारी कर पार्टी के स्टार प्रचारकों को अपने बयान सही करने, सावधानी बरतने और मर्यादा में रहने के निर्देश दिया है। चुनाव प्रचार की गिरती गुणवत्ता को देखते हुए आयोग ने बीजेपी और कांग्रेस को यह निर्देश जारी किया है।
चुनाव आयोग ने जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लिया है। आयोग ने कहा कि भारत के सामाजिक-सांस्कृतिक माहौल को चुनाव के कारण प्रभावित नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग ने कहा कि दोनों बड़ी पार्टियों को भारतीय मतदाता के गुणवत्तापूर्ण चुनावी अनुभव की विरासत को कमजोर करने की इजाजत नहीं है। इलेक्शन कमीशन ने बीजेपी और उसके स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में धार्मिक और सांप्रदायिक बयानों से परहेज करने का निर्देश दिया है।
चुनाव आयोग ने बीजेपी से समाज को बांटने वाले भाषण को बंद करने के लिए कहा है। वहीं अग्निवीर स्कीम पर आयोग ने कांग्रेस के स्टार प्रचारकों और उम्मीदवारों को निर्देश दिया कि वे रक्षा बलों का राजनीतिकरण न करें और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना को लेकर विभाजनकारी बयान न दें।