हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी तैयारियाँ तेज़ कर दी हैं। हाल ही में सम्पन्न लोकसभा चुनावों में 10 सीटों में से 5 पर जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल हाई लेवल पर बना हुआ है। हालांकि, लोकसभा चुनावों के दौरान पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भितरघात के आरोप लगे थे। इस पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान ने कहा है कि सभी शिकायतों की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार को चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताने के लिए जिलावार कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। पार्टी ने 11 दिनों के भीतर सभी 22 जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलनों का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। ये सम्मेलन 16 जून से शुरू होंगे और 14 जुलाई तक पूरे होंगे। 15 जुलाई के बाद विधानसभा हलकावार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
लोकसभा चुनावों के दौरान भितरघात से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि प्रत्येक शिकायत की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार भाजपा में भी भितरघात की कई शिकायतें आई हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ से प्रत्याशी रहे राव दान सिंह और हिसार से चुनाव जीतने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ‘जेपी’ ने भी कांग्रेस के अंदर ही धोखा होने के आरोप लगाए हैं।
हुड्डा ने स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनावों में केवल जिताऊ चेहरों को ही टिकट दिया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलनों के बाद हलकावार कार्यक्रमों के दौरान विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों के चयन के लिए भी सर्वे किया जाएगा। लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस ने टिकट आवंटन सर्वे के आधार पर किया था, जिससे पार्टी सभी दस सीटों पर कड़ी टक्कर में नज़र आई।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने फिर से दोहराया कि हरियाणा की मौजूदा सरकार अल्पमत में है और उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने राज्यपाल को फिर से पत्र लिखकर विधानसभा को भंग करने की मांग करने की बात कही है। हुड्डा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद विधायकों के हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं होती।