हरियाणा के कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी नवीन जिन्दल को लगातार विभिन्न संगठनों का साथ मिल रहा है। नवीन जिन्दल की कार्यशैली से प्रभावित विभिन्न संगठन के मुखिया उनसे मुलाकात कर रहे हैं और उन्हें लोकसभा के रण में अपना समर्थन दे रहे हैं। इसी बीच सोमवार को भाजपा प्रत्याशी नवीन जिन्दल से दर्जनों सरपंचों, टीचर्स एसोसिएशन एवं नॉन टीचर एसोसिएशन के शिष्टमंडल ने अलग-अलग मुलाकात कर अपनी बात रखी उन्हें जिताने की बात कही।
दर्जनों सरपंचों ने अपने-अपने गांवों से एक-एक वोट नवीन जिन्दल को दिलाने की बात कही
कुरुक्षेत्र जिले के दर्जनों सरपंचों ने आज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नवीन जिन्दल को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। सरपंचों का दल बीते दिन भाजपा प्रत्याशी नवीन जिन्दल से मिलने उनके आवास पर पहुंचा। उन्होंने नवीन जिन्दल से मुलाकात कर उनकी नीतियों और कार्यक्रमों में आस्था प्रकट करते हुए उन्हें अपना समर्थन देने का भरोसा दिलाया है। सरपंच करनैल सिंह के नेतृत्व में नवीन जिन्दल से मुलाकात कर सरपंचो ने कहा कि उनके क्षेत्र में एक-एक व्यक्ति नवीन जिन्दल के साथ खड़ा है और आने वाले 25 मई को अपने-अपने गांवों से एक-एक वोट नवीन जिन्दल को दिलाने की बात कही। इस दौरान समानी, उमरी, डेरूमाजरा, शादीपुर, किशनगढ़, खेड़ी गादली, कडामी, गादली, समेलपुर, जिरबड़ी, किशनपुर, पिपली, मोहननगर, कामरेट कॉलोनी, रतन डेरा, पलवल, फौजी फारम, खासपुर, पतूहपुर, मिन, सोला, ईशरगढ़, खानपुर, कनीपला, मोरथला, कोलापुर, बागडियो, सोढ़ी और बोढ़ी के सरपंच मौजूद रहे।
टीचर्स एसोसिएशन एवं नॉन टीचर एसोसिएशन के शिष्टमंडल ने मुलाकात कर अपनी बात रखी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन एवं नॉन टीचर एसोसिएशन का शिष्टमंडल पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार संघ के प्रदेश अध्यक्ष सतीश भारद्वाज की अध्यक्षता में नवीन जिंदल से मुलाकात की। इस अवसर पर टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर दिलीप कुमार उपाध्यक्ष डॉ दीपक राय बब्बर सचिव डॉक्टर राजपाल नॉन टीचर एसोसिएशन की अध्यक्ष रजवंत कौर सचिव रविन्द्र तोमर सहसचिव मनीषा संधू पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर विवेक गोड सहित सैकड़ो की संख्या में पदाधिकारी एवं सदस्य नवीन जिंदल जी से मिले। उनकी केवल एक ही मुख्य मांग रही की कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के लिए नवीन जिंदल केंद्र सरकार को सिफारिश करें और हर संभव प्रयास से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने में मदद करें।