NDA की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया है। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्ताव दिया। इसे गृहमंत्री अमित शाह समेत नितिन गडकरी, टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडु, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एलजेपी के चिराग पासवान, जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी, अपना दल से अनुप्रिया पटेल, हम से जीतन राम मांझी और जनसेना के पवन कल्याण ने अपना समर्थन दिया। इस बैठक में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल रहे।
9 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह के लिए भूटान के महाराज, श्रीलंका के राष्ट्रपति, नेपाल, बांग्लादेश और मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों सहित कई प्रमुख नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि NDA ने मुझे दायित्व दिया है। इस नए दायित्व के लिए मैं आभारी हूं। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव से पहले बनने वाले गठबंधन मे NDA सबसे ज्यादा सफल रहा है। यह देश का सबसे सफल प्री-पोल अलायंस है। मैं दिल से सबका आभार व्यक्त करता हूं। खुशी की बात है कि इतने बड़े समूह का मुझे स्वागत करने का अवसर मिला है। जो साथी विजयी होकर आए हैं वे सभी अभिनंदन के पात्र है। पीएम मोदी ने कहा कि 2019 में मैंने एक बात पर बल दिया था विश्वास। जब आप मुझे फिर से एक बार ये दायित्व देते हैं तो इसका मतलब है कि हम दोनों के बीच आपस में विश्वास का सेतू अटूट है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि NDA सरकार में हम अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, क्वालिटी ऑफ लाइफ और सामान्य मानवी के जीवन में से सरकार की दखल को कम करने पर जोर दिया जाएगा। हम विकास, गुड गवर्नेंस, जनता-जनार्दन की भागीदारी का नया अध्याय लिखेंगे। हम सब मिलकर विकसित भारत के सपने को साकार करके रखेंगे।