ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत अब एक मिस्ट्री बन गई है। जिन हालातों में उनका हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है उससे तरह-तरह आशंकाएं जन्म ले रही हैं और अब यह चर्चा का विषय बन गया है कि राष्ट्रपति की मौत सच में हादसा थी या फिर साजिश के तहत हत्या की गई है। राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री सहित ईरान के कुछ बड़े नेताओं की अजरबैजान में एक हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई थी। इसके बाद ईरान ने पांच दिनों के लिए राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। वहीं कुछ अन्य देशों ने भी इस तरह के कदम उठाए हैं।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी अजरबैजान में एक डैम का उद्घाटन कर लौट रहे थे, जब कथित रूप से खराब मौसम की वजह से उनका हेलिकॉप्टर क्रैश कर गया था। हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और राईसी की बॉडीगार्ड टीम के प्रमुख मेहदी मौसवी भी सवार थे।
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का आज तबरीज शहर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी मौत पर ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने पांच दिनों के सार्वजनिक शोक का ऐलान किया है। वहीं तुर्की और बाकी कुछ देशों ने भी राष्ट्रपति रईसी की मौत पर शोक का ऐलान किया है। वहीं भारत ने भी ईरान से मित्रता को तवज्जो देते हुए 21 मई को एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है।
हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच के लिए ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने एक हाई रैंकिंग प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिगेडियर अली अब्दुल्लाही के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल घटना स्थल भी पहुंच गया है और जांच भी शुरू कर दी है।