लंबे समय से सुर्खियों में रहने वाली हरियाणा मत्स्य विभाग की संयुक्त सचिव एवं एच.सी.एस. अधिकारी मीनाक्षी दहिया पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। गिरफ्तारी से बचने के लिए मीनाक्षी फरार हैं। उन पर एक कर्मचारी की चार्जशीट ठीक करने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। इस मामले में ए.सी. बी. ने बुधवार शाम को मत्स्य विभाग के 2 कर्मचारियों को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। जिनसे रिमांड पर पूछताछ की जा रही है। ए.सी.बी. की मानें तो रिश्वत की उक्त रकम को मीनाक्षी के पास पहुंचाना था। लिहाजा ए.सी.बी. ने मीनाक्षी दहिया के खिलाफ भी पी.सी. एक्ट में मुकद्दमा दर्ज किया है।
हरियाणा सिविल सेवा की वर्ष 2013 बैच की अधिकारी मीनाक्षी दहिया लंबे समय से ए.सी.बी. के रडार पर थी। बताया गया कि मीनाक्षी के कई अन्य महकमों में तैनाती के दौरान घपलों के मामले सामने आए थे, लेकिन उन पर सीधा आरोप नहीं लगा था। लेकिन वह लगातार ए.सी.बी. के निशाने पर थी। बताया गया कि मत्स्य विभाग जैसे महकमे में भी मीनाक्षी ने रिश्वत का खेल शुरू कर दिया था। मीनाक्षी की नियुक्ति पूर्व की हुड्डा सरकार में हुई थी। वह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के किसी नजदीकी व्यक्ति की रिश्तेदार हैं। लिहाजा प्रशासनिक व सियासी गलियारों में उनका खास रसूख बताया जाता है और कई अफसरों की ओर से उनको बचाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
हरियाणा एटी करप्शन ब्यूरो की टीम को मत्स्य विभाग के सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंद्र सिंह तथा सेवादार सत्येंद्र सिंहकी गिरफ्तारी के बाद अहम जानकारी हाथ लगी है। ए.सी. वी. के अफसरों ने बताया कि टीम को शिकायत प्राप्त हुई थी, सेवादार सत्येंद्र सिंह द्वारा जोगिद्र सिंह के माध्यम से 1 लाख रुपए की रिश्वत की माग संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया के कहने पर की जा रही है। शिकायतकर्ता की ओर से बताया गया कि संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया द्वारा शिकायतकर्ता के खिलाफ चार्जशीट के आदेशों को हटाने के बदले में रिश्वत की मांग की गई है।
इस मामले में तथ्यों की जाच पड़ताल करते हुए ए.सी.वी. की टीम ने आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई। इस मामले में आरोपी सेवादार को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इस मामले में सभी आवश्यक सबूत जुटाते हुए जांच की जा रही है। यह पूरी कार्रवाई गवाहों के समक्ष पूरी पारदर्शिता के साथ की गई। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करते हुए उनकी गिरफ्तारी की गई है।