हरियाणा में भवन और अन्य सन्निर्माण कल्याण बोर्ड के श्रमिकों को टूलकिट, साइकिल व सिलाई मशीनों का लंबित पैसा तुरंत जारी होगा। इसमें देरी करने पर अधिकारी नपेंगे। इतना ही नहीं, श्रमिकों की बेटियों की शादी से तीन दिन पहले उन्हें शगुन राशि दी जाएगी।
मंगलवार को चंडीगढ़ में श्रम विभाग के अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ये निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने ईएसआई की तर्ज पर कल्याण बोर्ड के श्रमिकों को स्वास्थ्य लाभ के लिए नई योजना बनाने को कहा।
इस मौके पर उद्योग एवं वाणिज्य तथा श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा भी मौजूद रहे। सीएम ने कहा – जिन श्रमिकों के डेथ क्लेम किसी भी कारणवश लंबित पड़े हैं, उन्हें तुरंत जारी किया जाए ताकि गरीब परिवार की आर्थिक मदद हो सके। श्रमिकों के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की राशि को भी एडवांस में एकमुश्त दिए जाने के लिए प्लानिंग करने के भी निर्देश दिए।नायब सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी गरीब श्रमिक की मृत्यु होने पर उसके परिवार पर दुख का संकट टूट पड़ता है। इसलिए मुख्यमंत्री श्रमिक सामाजिक सुरक्षा योजना के नियमों में बदलाव किया जाए ताकि कार्यस्थल के अलावा अन्य स्थल पर मृत्यु होने के मामले में भी श्रमिक के परिवार को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जा सके।
गौरतलब है कि वर्तमान में योजना के तहत कार्यस्थल पर मृत्यु होने पर श्रमिक के परिवार को 5 लाख तथा कार्यस्थल पर मृत्यु न होने पर 2 लाख रुपये की राशि दिए जाने का प्रावधान है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के जो श्रमिक या उनके परिवार में से अन्य कोई सदस्य परंपरागत कार्य में कौशल प्रशिक्षण चाहता है तो उन्हें विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से कोर्स करवाया जाए। इसका संपूर्ण खर्च बोर्ड की तरफ से किया जाएगा।
रोहतक में 100 बिस्तर वाले ईएसआई अस्पताल के लिए जमीन चिह्नित करने सहित अन्य प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया है, जल्द ही इसका शिलान्यास किया जाएगा। पंचकूला में स्थापित डिस्पेंसरी का भी उद्घाटन जल्द किया जाएगा। 86 ईएसआई डिसपेंसरियों में ईसीजी की सुविधा भी जल्द शुरू की जाएगी। जिन श्रमिकों की आय 1 लाख 80 हजार रुपये से अधिक है या उनके पास परिवार पहचान पत्र नहीं है, ऐसे श्रमिकों का भी निरोगी हरियाणा योजना के तहत हेल्थ चेकअप करवाया जाएगा।