कोलकाता में बांग्लादेशी सांसद के कत्ल को लेकर सिहरन पैदा करने वाली कहानी सामने आई है। ऐसी कहानी जिसमें सांसद को पहले हनी ट्रैप में फंसाया गया और फिर उनकी जान लेकर लाश के टुकड़े-टुकड़े कर डाले गए। और इस काम को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड ने खात तौर पर एक कसाई को इसी काम पर लगाया था। कोलकाता से ढाका तक फैली बांग्लादेश के एक सांसद अनवारुल अज़ीम के क़त्ल की तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, सिहरन पैदा करनेवाले खुलासे हो रहे हैं। जिसमें गोल्ड स्मगलिंग से लेकर, कसाई के हाथों लाश के टुकड़े करवाने की प्लानिंग, हनीट्रैप का जाल और 5 करोड़ की सुपारी जैसी कई अजीब और दिमाग घुमाने वाली चीज़ें हैं।
मास्टरमाइंड ने इसकी साज़िश वैसे तो महीनों पहले बुन ली थी, लेकिन इसकी शुरुआत एक लड़की के टेलीफ़ोन कॉल से हुई। 56 साल के सांसद अनवारुल आज़िम को जब फोन पर एक लड़की ने दिलकश आवाज़ में खुद से मिलने की दावत दी, तो सांसद साहब दिल के हाथों मजबूर हो गए। जनाब अपने मुल्क यानी बांग्लादेश से भागे-भागे ट्रेन में बैठ कर दर्शना-गेडे बॉर्डर होते हुए फौरन भारत पहुंच गए। यहां एक दिन अपने दोस्त के घर में रुके, इलाज के लिए भारत आने की कहानी सुनाई और अगले ही दिन डॉक्टर के पास जाने की बात कह कर सीधे पहुंच गए उसी लड़की के पास, जिसने सांसद महोदय को खुद से मिलने के लिए इनवाइट किया था। और बस यही उनकी ज़िंदगी की आख़िरी गलती साबित हुई।
सिर्फ एक लड़की से मिलने के चक्कर में सांसद महोदय क़ातिलों के जाल में ऐसे फंसे कि चंद घंटों के अंदर उनकी जान लेकर कातिल उनकी लाश के टुकड़े-टुकड़े कर उन्हें किश्तों में ठिकाने लगाने लगे। बल्कि अब तो पता चला है कि कातिलों ने उनके शरीर के कुछ हिस्सों को ‘मिंस मीट’ यानी पीस कर तकरीबन पेस्ट बना दिया था, ताकि उन्हें फेंकने में सुविधा हो।
दोस्त ही बन बैठा दुश्मन
बांग्लादेशी सासंद अनवारुल अजीम के कत्ल की तफ्तीश में जो अब जो जानकारी सामने आ रही है, वो सिर्फ़ चौंकाने वाली ही नहीं, बल्कि रोंगटे खड़े करने वाली है। पता चला है कि अनवारुल अज़ीम को क़ातिलों ने पहले हनीट्रैप में फंसाया और फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। और इस भयानक क़त्ल की साज़िश रची उनके बचपन के दोस्त और बिजनेस पार्टनर अख्तरुज्जमां शाहीन ने, जो मूल रूप से एक बांग्लादेशी है लेकिन अमेरिका में रहता है।
पैसे को लेकर अनबन, 5 करोड़ की सुपारी
अख्तरुज्जमां शाहीन के साथ सांसद महोदय की रुपये-पैसों को लेकर अनबन चल रही थी। वो पिछले कई महीनों से सांसद महोदय यानी अनवारुल अजीम का क़त्ल करने की साज़िश रच रहा था। और इस काम के लिए उसने पूरे पांच करोड़ बांग्लादेशी टका की सुपारी भी दी थी। इसी साज़िश के तहत वो पहले 30 अप्रैल को अपनी एक गर्लफ्रेंड सिलिस्टा रहमान के साथ कोलकाता पहुंचा। यहां उसने न्यू टाउन इलाके में संजीव गार्डन सोसायटी में एक आलीशान फ्लैट किराये पर लिया और गर्लफ्रेंड के साथ-साथ बाकी के क़ातिलों को पूरी साजिश समझाई। इस बीच उसने बांग्लादेश के ही दो और किराये के क़ातिलों से बात की।
हायर किए थे सुपारी किलर
वो सुपारी किलर थे अमानुल्ला अमान और फैसल अली। तय ये हुआ कि सिलिस्टा रहमान पहले खूबसूरती का चारा फेंक कर सांसद अनवारुल अज़ीम को संजीव गार्डन के इस फ्लैट में बुलाएगी और फिर बाकी के क़ातिल उनका काम तमाम कर देंगे।
लाश ठिकाने लगाने बुलाया था कसाई
चूंकि मास्टरमाइंड अख्तरुज्जमां शाहीन पिछले कई महीनों से इस दिन के इंतज़ार में था, उसने खास तौर पर क़त्ल के बाद लाश ठिकाने लगाने के लिए एक पेशेवर कसाई को भी हायर किया था। जेहाद हलवदार नाम का ये कसाई मूल रूप से बांग्लादेश के खुलना का रहने वाला है, लेकिन वो एक घुसपैठिया है, जो इन दिनों मुंबई में रहता है। शाहीन ने सिर्फ इसी काम के लिए जेहाद हवलदार को करीब चार महीने पहले मुंबई से कोलकाता बुला लिया था और वो कोलकाता एयरपोर्ट के पास एक होटल में इसी काम के लिए कई दिनों से रुका हुआ था।
हनीट्रैप में फंसकर खुद मौत के पास पहुंचे अजीम
क़त्ल से तीन दिन पहले यानी 10 मई को पूरी साज़िश को फाइनल टच देने के बाद वो बांग्लादेश लौट गया। हालांकि कुछ सूत्रों को शक है कि वो क़त्ल के दौरान भी भारत में ही था और काम हो जाने के बाद यहां से निकला। उधर, तैयारी पूरी हो जाने के बाद उसकी गर्लफ्रेंड सिलिस्टा रहमान ने सांसद साहब के सामने हनीट्रैप का चारा फेंका। सांसद साहब 12 मई को भारत चले आए। कोलकाता पहुंचे और अगले ही दिन सिलिस्टा से मिलने संजीव गार्डन के उस फ्लैट में पहुंच गए। जहां पहले क़ातिलों ने उनका गला घोंटा, उनके सिर पर भारी चीज़ से वार किया और फिर जब उनकी मौत हो गई, तो फिर लाश ठिकाने लगाने के काम में लग गए।